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मोबाइल नहीं, भावनाएं लौटाई — कबीरधाम पुलिस ने 35 लाख के गुम मोबाइल उनके स्वामियों को सौंपे

कबीरधाम,असल बात तकनीक के इस दौर में मोबाइल फोन केवल एक संचार उपकरण नहीं, बल्कि व्यक्ति की व्यक्तिगत, व्यावसायिक और सामाजिक ज़िंदगी का अहम हि...

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कबीरधाम,असल बात



तकनीक के इस दौर में मोबाइल फोन केवल एक संचार उपकरण नहीं, बल्कि व्यक्ति की व्यक्तिगत, व्यावसायिक और सामाजिक ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। इसके गुम होने का अर्थ है एक आम नागरिक के दैनिक जीवन में असहायता, चिंता और असुरक्षा की स्थिति उत्पन्न होना। ऐसे में कबीरधाम पुलिस द्वारा गुम मोबाइलों की बरामदगी और सुपुर्दगी का यह प्रयास न केवल तकनीकी रूप से सफल अभियान है, बल्कि जनता में विश्वास और सुरक्षा की भावना को और गहराई देता है।


कबीरधाम जिले की साइबर सेल ने एक बार फिर उत्कृष्ट कार्य करते हुए 174 गुम मोबाइल फोन को ट्रैक कर उन्हें उनके वास्तविक स्वामियों को लौटाने में सफलता हासिल की है। इन मोबाइल के कीमत लगभग *35 लाख रुपए* है।  यह समस्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह (IPS) के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेंद्र बघेल एवं श्री पंकज पटेल के मार्गदर्शन तथा DSP साइबर श्री कृष्ण कुमार चंद्राकर के पर्यवेक्षण में पूर्ण की गई।


इस संपूर्ण प्रक्रिया का नेतृत्व साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक श्री मनीष मिश्रा द्वारा किया गया, जिनके निर्देशन में एएसआई श्री चंद्रकांत तिवारी साइबर सेल से आरक्षक मनीष सिंग राजपूत, आकाश राजपूत, उपेंद्र ठाकुर, अजय यादव, शिवम मंडावी एवं टीम के अन्य सदस्यों ने निरंतर सतर्कता, सूझबूझ और तकनीकी दक्षता के साथ कार्य किया।


टीम ने विभिन्न नेटवर्क प्रोवाइडर्स, डिवाइस IMEI ट्रैकिंग सिस्टम, और डिजिटल निगरानी टूल्स का उपयोग करते हुए इन मोबाइलों की स्थिति का पता लगाया। खोए हुए मोबाइलों की बरामदगी के लिए तकनीकी कौशल के साथ-साथ धैर्य, निरंतर प्रयास और नागरिकों से संवाद की भी महती भूमिका रही।


मोबाइल सुपुर्दगी के दौरान ऐसे कई क्षण सामने आए जहाँ भावनाएं स्पष्ट रूप से छलक उठीं।  एक युवा ने भावुक होकर कहा – "इस फोन में मेरी नौकरी के सारे दस्तावेज़ थे। मैंने उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन पुलिस ने फिर से मेरे सपने लौटा दिए।"


पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह (IPS) ने इस अभियान को पुलिस और समाज के बीच सेतु बनाने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा: "पुलिस अब केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं है, बल्कि आधुनिक युग की आवश्यकताओं को समझते हुए नागरिकों की हर छोटी-बड़ी समस्या में सहभागी बनने का प्रयास कर रही है। साइबर अपराधों के बढ़ते प्रचलन में गुम मोबाइलों की ट्रैकिंग और बरामदगी एक चुनौती है, लेकिन यह हमारे लिए सेवा का अवसर भी है।"  


उन्होंने आगे बताया कि कबीरधाम पुलिस साइबर जागरूकता, डिजिटल सुरक्षा और तकनीकी सहायता के क्षेत्र में निरंतर प्रयासरत है, और आने वाले समय में इससे जुड़ी जन-जागरूकता गतिविधियाँ और तेज़ की जाएंगी।


साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा ने बताया कि अधिकांश मामलों में नागरिकों द्वारा समय पर रिपोर्ट दर्ज कराना और IMEI नंबर की जानकारी उपलब्ध कराना इस सफलता की कुंजी रहा। इसके साथ ही उनकी टीम ने दिन-रात मेहनत कर ऐसे स्थानों तक पहुँच बनाई जहाँ से डिवाइस सक्रिय किए जा रहे थे।


जनहित में कबीरधाम पुलिस  की अपील

- मोबाइल फोन का IMEI नंबर हमेशा सुरक्षित रखें।  

- मोबाइल गुम होने या चोरी हो जाने की स्थिति में तत्काल नजदीकी थाना या साइबर सेल को सूचित करें।  

- किसी भी अज्ञात कॉल, लिंक या सन्देश से सतर्क रहें।  

- डिवाइस में लॉक सिस्टम, ट्रैकिंग और क्लाउड बैकअप जैसी सुविधाएं सक्रिय रखें।  

- मोबाइल गुम होने पर “CEIR (Central Equipment Identity Register)” पोर्टल का भी उपयोग किया जा सकता है।


कबीरधाम पुलिस – तकनीक, तत्परता और विश्वास का संगम।

हम हैं आपके साथ – हर परिस्थिति में, हर मोड़ पर।

असल बात,न्यूज