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नई रेल लाइन की सौगात, 8741 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी

  रायपुर. छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने राज्य में 278 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाने की मंजूरी दे दी है. इस बारे...

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 रायपुर. छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने राज्य में 278 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाने की मंजूरी दे दी है. इस बारे में जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा मार्ग पर पांचवीं और छठी लाइन बिछाने के लिए 8741 करोड़ रुपये की परियोजना को स्वीकृति दी गई है. इस प्रोजेक्ट से छत्तीसगढ़ के आठ जिलों को सीधा लाभ मिलेगा.इस नई रेल लाइन के बनने से रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदा बाजार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जिलों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिलेगी. इससे यात्री परिवहन के साथ-साथ औद्योगिक और माल परिवहन को भी गति मिलेगी.



रेलवे की क्षमता बढ़ाने के लिए बड़े फैसले

केंद्रीय कैबिनेट ने भारतीय रेलवे की क्षमता बढ़ाने के लिए चार बड़ी मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इन परियोजनाओं की कुल लागत 18,658 करोड़ रुपये होगी और इन्हें वित्त वर्ष 2030-31 तक पूरा करने का लक्ष्य है. इनका उद्देश्य रेलवे की क्षमता बढ़ाकर माल ढुलाई और यात्री सेवाओं को अधिक सुगम बनाना है, जिससे देश की लॉजिस्टिक्स प्रणाली अधिक कुशल होगी और परिवहन लागत में कमी आएगी.

रेलवे नेटवर्क को मिलेगा विस्तार

ये चारों परियोजनाएं महाराष्ट्र, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में 1247 किलोमीटर तक रेलवे नेटवर्क का विस्तार करेंगी. खासतौर पर कोयला, लौह अयस्क और अन्य खनिजों के परिवहन को सुगम बनाने में ये परियोजनाएं अहम भूमिका निभाएंगी. इससे भारत के व्यस्त रेलवे मार्गों पर भीड़भाड़ कम होगी और ट्रेनों की समय पर आवाजाही सुनिश्चित होगी.

औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार

रेल मंत्री ने बताया कि खरसिया-नया रायपुर-परमलकसा रेलवे लाइन बनने से बलौदा बाजार जैसे नए क्षेत्रों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी. इससे इस क्षेत्र में सीमेंट उद्योग और अन्य औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की संभावनाएं बढ़ेंगी. इस रूट पर कृषि उत्पाद, उर्वरक, कोयला, लौह अयस्क, इस्पात, सीमेंट और चूना पत्थर जैसी वस्तुओं का परिवहन आसान होगा.