भिलाई दुर्ग में अंबेडकर जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए, सांसद विजय बघेल, संविधान निर्माता को अपनी पुष्पांजलि अर्पित की त...
भिलाई दुर्ग में अंबेडकर जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए, सांसद विजय बघेल, संविधान निर्माता को अपनी पुष्पांजलि अर्पित की तथा समाज में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया
डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर जयंती शोभायात्रा में भी शामिल हुए सांसद विजय बघेल
भिलाई,दुर्ग.
असल बात न्यूज़.
देश के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की आज जयंती सब जगह अत्यंत धूमधाम से मनाई गई. भिलाई में भी इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया तथा डॉ. अंबेडकर को याद किया गया.पावर हाउस चौक पर विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां हजारों की संख्या में लोगों ने बाबासाहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की .क्षेत्र के सांसद विजय बघेल भी विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए और डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की.
संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब अंबेडकर को आज उनके अनुयायियों समर्थकों ने याद किया और उनकी याद में कई तरह का कार्यक्रम आयोजित किया. इस अवसर पर कई जगह ब्लड डोनेट किया गया. कहीं सुबह से वस्त्र वितरण भी किया गया. डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जयंती के अवसर पर दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल विभिन्न कार्यक्रमो में शामिल हुए. डॉ आंबेडकर चौक में पावर हाउस पर विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां सांसद विजय बघेल ने भी बाबासाहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. यहां डॉ अम्बेडकर प्रतिमा प्रबंध राज्य स्तरीय जयंती मेला समिति अध्यक्ष सुनील रामटेके ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया. कार्यक्रम में विधायकगण रिंकेश सेन, देवेन्द्र यादव भी शामिल हुए.
सांसद विजय बघेल जी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में संविधान निर्माता डॉक्टर अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि आज ही के दिन 14 अप्रैल 1891 को उनका मध्य प्रदेश के महू में दलित परिवार में उनका जन्म हुआ था उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा. वे एक गरीब परिवार से थे बचपन में उन्हें जातिवाद और भेद भाव का गहरा अनुभव हुआ लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और कठिन संघर्षो के बीच उच्च शिक्षा प्राप्त की. वे दलितों के मसीहा थे कांग्रेस ने हमेशा से ही उनको अपमानित किया लेकिन भाजपा ने हमेशा उनका सम्मान किया. सांसद विजय बघेल ने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर ने शिक्षित बनो संघर्ष करों और संगठित रहो जोकि हमारे समाज के लिए आज भी प्रेरणादायक और प्रासंगिक है.