असल बात न्यूज डॉ. रमन सिंह का कार्यकाल तो अंखफोड़वा और नसबंदी कांडों के लिए ही याद किया जाता हैः कांग्रेस भाजपा की सरकार में नकली दवा निर्मा...
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डॉ. रमन सिंह का कार्यकाल तो अंखफोड़वा और नसबंदी कांडों के लिए ही याद किया जाता हैः कांग्रेस
भाजपा की सरकार में नकली दवा निर्माताओं और सप्लायरों का बोलबाला था
अभी भी सीबीआई और ईडी से जांच करवा के देख लें मुख्यमंत्री साय
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा है कि जिनकी सरकार में नकली दवाओं के निर्माताओं और सप्लायरों का बोलबाला रहा वो लोग कांग्रेस की सरकार के बारे में टिप्पणी न ही करें तो बेहतर है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. गुप्ता ने कहा कि लोग अभी भी नसबंदी कांड और अंखफोड़वा कांड को भूले नहीं हैं।
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष पदभार ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री सहित भाजपा मंत्रियों और नेताओं के वक्तव्यों पर आश्चर्य, निराशा और दुख प्रकट करते हुए उन्होंने कहा है कि यदि स्वास्थ्य विभाग की बात की जाएगी तो डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल नसबंदी और आंखफोडवा कांड के लिए ही याद किया जाता है। इसके अलावा अगर कोई और बात याद की जाती है तो वह डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के कारनामे हैं।
कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा है कि 15 साल की भाजपा सरकार में राष्ट्रीय स्तर के नकली दवा निर्माताओं और सप्लायरों का बोलबाला था जिसके कारण भूतपूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को सार्वजनिक मंचों से कहना पड़ता था कि स्वास्थ्य विभाग का मंत्री कोई भी नहीं बनना चाहता।
कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा है कि यदि स्वास्थ्य विभाग की आधारभूत संरचना को मजबूत किया जाता तो आज स्वास्थ्य विभाग में अफ़रा-तफ़री की स्थिति नहीं होती। उन्होंने कहा है कि यह याद दिलाना उचित होगा वर्तमान में जिस मोक्षित कॉरपोरेशन पर घपले घोटाले के आरोप लगे हैं वह कंपनी भाजपा शासन काल में ही फली, फूली और पोषित हुई है। डॉ. गुप्ता ने आरोप लगाया कि मोक्षित कॉरपोरेशन ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में था, मेडिकल सप्लायर के रूप में उसकी एंट्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल, उनके ही आशीर्वाद से हुई।
कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा है कि कांग्रेस के कार्यकाल में डॉक्टर जनप्रतिनिधियों की अध्यक्ष और डायरेक्टरो की नियुक्ति छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन में की गई थी। जिससे मेडिकल कॉरपोरेशन के निर्णय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता आई। उन्होंने कहा है कि यदि कांग्रेस के कार्यकाल में कोई गड़बड़ी हुई है तो तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री खुली चुनौती दे चुके हैं कि इसकी जांच चाहे जिस एजेंसी से करवा ली जाए।
कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री साय को चुनौती देते हुए कहा है कि आज यदि स्वास्थ्य विभाग के घोटाले की जांच सीबीआई और ईडी से हो जाए तो सारे चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि और कुछ नहीं तो मेरी (डॉ. गुप्ता की) शिकायतों की जो जांच विभिन्न स्तरों पर लंबित है, उसे ही पूरा करवा दें।