रायपुर . असल बात news. 24 अप्रैल 2025. राज्यपाल श्री रमेन डेका ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले रायपुर ...
रायपुर .
असल बात news.
24 अप्रैल 2025.
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले रायपुर निवासी श्री दिनेश मिरानिया को श्रद्धांजलि अर्पित की। इधर प्रदेश के मुख्यमंत्री वैष्णु देव साय ने अपना मुंबई द्वारा रद्द कर दिया है.वे स्वर्गीय मिरानिया के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने मुंबई के कार्यक्रमों को अधूरे में छोड़कर छत्तीसगढ़ वापस लौट आए हैं.
राज्यपाल श्री डेका आज सुबह श्री मिरानिया के घर पहंचें और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया तथा उनकी सद्गति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर उन्हें ढ़ाढ़स बंधाया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि वे पहलगाम आतंकी हमले में दिवंगत श्री दिनेश मिरानिया जी के दाह संस्कार कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे वहां अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
*मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का मुंबई दौरा रद्द
*आतंकी हमले में मारे गए दिनेश मिरानिया की अंत्येष्टि में शामिल होने रद्द किया दौरा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय दो दिनों का मुंबई दौरा बीच में छोड़कर आज सुबह रायपुर पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए रायपुर के श्री दिनेश मिरानिया की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए अपना मुंबई दौरा रद्द किया है। श्री साय आज सुबह रायपुर आने के बाद श्री मिरानिया की अंत्येष्टि में शामिल होने मारवाड़ी श्मशान घाट पहुचें।
मुख्यमंत्री श्री साय कल 23 अप्रैल को मुंबई में निवेशकों को छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति और निवेश आकर्षित करने मुंबई गए थे। उनका आज 24 अप्रैल को भी
निवेशकों के साथ बैठक और मुलाकात का कार्यक्रम था। इसी दौरान कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए रायपुर के व्यावसायी श्री दिनेश मिरानिया की आज अंत्येष्टि की सूचना पर वापस रायपुर आ गए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के साथ उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले में जान गंवाने वाले रायपुर निवासी श्री दिनेश मिरानिया को श्रद्धांजलि दी। उपमुख्यमंत्री ने स्वर्गीय मिरानिया के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया और अंतिम यात्रा में कंधा देकर उन्हें अंतिम विदाई दी।